विधानसभा चुनाव (rajasthan assembly election 2023) हारने तक बीजेपी में रहकर प्रहलाद गुंजल (prahlad gunjal) ने कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री शांति धारीवाल (shanti dhariwal) पर जमकर आरोप लगाए. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रहलाद गुंजल ने शांति धारीवाल को भ्रष्टाचारी साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. दोनों नेता एक दूसरे के खिलाफ जमकर हमलावर रहे. विधानसभा चुनाव में भी एक दूसरे के खिलाफ खड़े हुए, लेकिन गुंजल हार गए.
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इधर बीजेपी से खफा प्रहलाद गुंजल के कांग्रेस पार्टी में वापसी करने के बाद उन्हें कोटा लोकसभा सीट से ओम बिड़ला (Om Birla) के खिलाफ टिकट मिल गया. राजनैतिक गलियारों में इस बात की जिज्ञासा थी कि प्रहलाद गुंजल और शांति धारीवाल आमने-सामने होंगे तो क्या होगा? वो दिन भी आ गया. शुक्रवार को दोनों नेता कोटा में कांग्रेस कार्यालय में एक ही मंच पर थे. फिर ऐसा रायता फैला कि कांग्रेस कार्यालय में बवाल मच गया. दोनों के समर्थकों ने एक दूसरे के खिलाफ जमकर नारे लगाए. इधर मंच भी दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर बयानबाजियां की.
शुरूआत हुई गुंजल के भाषण से. उनका भाषण खत्म होते ही शांति धारीवाल की बारी आई. धारीवाल ने कहा-'आप मुझ पर लगाये पुराने आरोपों पर दीजिये स्पष्टीकरण' 'या तो साबित कर दो आप या उनको मंच से गलत मानिये' हालांकि गुंजल ने कहा-'धारीवालजी के मार्गदर्शन-नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव' बाद में काफी ना-नुकूर के बाद धारीवाल आये मंच पर और कहा-'पार्टी ने टिकट दिया हैं तो गुंजल का करेंगे समर्थन' 'रात को घर मिलने आये तब भी मैंने कहा था कि गलत आरोपों को करना होगा स्पष्ट.'
धारीवाल ने मंच से कहा-'प्रहलादजी आप पहले सांप्रदायिक ताकतों के साथ थे, अब आपको बनना होगा सेक्यूलर. गुंजल मंच पर ही खड़े हो गए कुर्सी से और कहा- 'आप जैसे सीनियर नेता को शोभा नहीं देती ऐसी बात. धारीवाल ने कहा-'जो मुझे कहना है, मैं वो तो कहूंगा' भाषण खत्म होते ही गुंजल तेजी से मंच छोड़कर रवाना हो गए.
तीन बार लड़ चुके हैं एक दूसरे के खिलाफ चुनाव
प्रहलाद गुंजल और शांति धारीवाल कभी एक दूसरे के धुर विरोधी रहे. तीन बार आमने-सामने चुनाव लड़ा. अक्सर आरोप प्रत्यारोप लगते रहे लगाते रहे, लेकिन अब जब बीजेपी छोड़ प्रहलाद गुंजल ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली तो लगा सब कुछ ठीक हो जाएगा. आज कांग्रेस कार्यालय में एक मंच पर दोनों नजर आए. पहली तस्वीर अच्छी थी जिसमें दोनों को एक ही माला के अंदर देखा गया, लेकिन बैठक आगे बड़ी तो मानो रायता पूरा फ़ैल गया.
ऐसे हुई शुरूआत
शुरूआत यहां से हुई कि शांति धारीवाल ने गुंजल को संबोधित करते हुए कहा कि अब आपने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली है. अब आप यह कहिए कि आपने मुझ पर जो आरोप लगाए थे वह सब गलत है. इस बयान के बाद गुंजल और उनके समर्थक नाराज हो गए. जमकर नारेबाजी शुरू हो गई. दरअसल आपको बता दें कि जब प्रहलाद गुंजल और शांति धारीवाल आमने-सामने चुनाव लड़ रहे थे तब प्रहलाद गुंजल ने शांति धारीवाल पर चंबल रिवर फ्रंट समेत विकास के नाम पर भ्रष्टाचार और कई अन्य आरोप लगाए थे. उसी को लेकर यह सब कुछ आज घटा.
ओम बिड़ला को मिलेगा इस विवाद का फायदा
माना जा रहा है कि कोटा में एक दूसरे के विरोधी रहे गुंजल और धारीवाल भले ही एक पार्टी के बैनर तले हो गए हों पर अदावत अभी भी जारी है. इसका असर कोटा लोकसभा चुनाव में कोटा सीट पर पड़ सकता है. गुंजल उम्मीद कर रहे थे कांग्रेस पार्टी में आने के बाद धारीवाल उनका समर्थन करेंगे पर धारीवाल ने कांग्रेस कार्यालय में सबके सामने मंच से अपनी मंशा साफ जाहिर कर दी. राजनैतिक विशेषज्ञों की मानें तो इसका फायदा बीजेपी के उम्मीदवार ओम बिड़ला को मिलेगा.
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