Rape in Salumber: भीलवाड़ा (*Bhilwara News) के कोटड़ी में नाबालिग के साथ गैंगरेप के बाद उसको भट्टी में जला देने की घटना के बाद अब उदयपुर (Udaipur News) के सलूंबर में नाबालिग से दुष्कर्म (Rape) और उसके मां बनने का मामला सामने आया है. हैरानी की बात यह है कि जिला अस्पताल में नाबालिग के साथ कई बार दुष्कर्म हुआ, लेकिन पुलिस लगातार इस मामलो को दबाती रही. आपको बता दें कि सलूंबर हाल ही नया जिला बना है. अब मामला सबके सामने आया तो पुलिस ने एक तांत्रिक सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि एक नाबालिग को हिरासत में लिया है.
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मामला 6 जून 2023 का बताया जा रहा है. नाबालिग ने जिला हॉस्पिटल में बेटी को जन्म दिया. प्रसव डॉ. नरेंद्र कुमार शर्मा ने करवाया, जब उन्हें पता चला कि नाबालिग अविवाहित है तो पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस ने नाबालिग के बयान लिए, लेकिन माता-पिता ने बदनामी के डर से केस दर्ज नहीं कराया. ठीक एक महीने बाद 6 जुलाई को नाबालिग के नाना और नानी थाने पहुंचे.
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने सबसे पहले तांत्रिक बनकर अस्मिता लूट रहे खेरवाड़ा के लक्ष्मण मोगिया को गिरफ्तार किया. वो सलूंबर में एक सरकारी कार्यालय के सामने बने आवास में रहता था. इसी दौरान नाबालिग व उसके परिवार के संपर्क में आया. उसने तंत्र विद्याओं से नाबालिग की बीमारी ठीक करने का झांसा देकर दुष्कर्म किया. इसके बाद पुलिस ने पीड़िता के बयान करवाएं. घटना के बाद पीड़िता के पिता ने सलूंबर विकास मंच के संस्थापक व पार्षद धर्मेंद्र शर्मा से मदद मांगी.
पिता ने बताया कि वह 6 हजार रुपए महीने कमाता है. दो बेटे और एक बेटी है. इस मामले के बाद उन्होंने सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है. इधर, पुलिस ने पीड़िता के 164 के बयान कराए तो नाबालिग ने मजिस्ट्रेट के समक्ष 3 और आरोपियों के नाम बताए. उसने कहा कि आरोपियों ने अस्पताल परिसर में कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया गया है. पुलिस ने आरोपी रोहित और हरीश को भी गिरफ्तार किया. साथ ही एक नाबालिग को डिटेन भी किया. बताया गया कि आरोपियों में से दो अस्पताल पार्किंग में काम करते हैं.
थानाधिकारी बोले- परिवादी ने एक माह बाद दी थी रिपोर्ट
इस मामले में उदयपुर एसपी भुवन भूषण यादव ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है. वहीं, सलूम्बर थानाधिकारी प्रदीप बिट्टू का कहना है कि परिवार ने एक माह बाद रिपोर्ट दी. जिस पर अनुसंधान कर कार्रवाई की गई. हम तत्कालीन मुकदमा दर्ज करने के लिए तैयार थे. चारों आरोपियों व पीड़िता की पुत्री का डीएनए जांच के लिए भेजा है. जिसकी रिपोर्ट 1 महीने बाद आएगी.
मुझे 2 दिन पहले ही पता चला
इधर, सलूम्बर जिला अस्पताल के पीएमओ तरुण मेघवंशी का कहना है कि उनको इस बारे में 2 दिन पहले ही पता चला है. इसको लेकर जानकारी ली है और उचित संज्ञान लिया जाएगा. पीएमओ का कहना है कि पीड़ित परिवार ने मुझे बताया, उसके बाद हमने कार्रवाई करवा दी. हम किसी स्तर पर लापरवाही नहीं कर रहे हैं.
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