Couple hatched a conspiracy of honeytrap: राजस्थान के टोंक (tonk news) में इंटरकास्ट प्रेम विवाह करने वाले दंपति के द्वारा हनीट्रैप (honey trap) की साजिश रचने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दंपति ने दुकानदार को ब्लैकमेल (blackmail) कर उससे 1.70 लाख रुपये भी वसूल लिये. फिर अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर दोबारा 50 हजार रुपये मांगने लगे तो पीड़ित दुकानदार की शिकायत पर पुलिस ने उन्हें रुपये लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया.
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पुलिस के हत्थे चढ़े दंपत्ति की पहचान खुशीराम प्रजापत व संजना रैगर के रूप में हुई है. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करते हुए ब्लैकमेलिंग कर वसूली गई राशि में से 1.30 लाख रुपये की राशी भी बरामद कर ली है.
नाबालिग संजना को भगा खुशीराम ने की थी शादी
पुलिस ने बताया कि मेहंदवास निवासी खुशीराम प्रजापत जयपुर के नींदड़ में संजना के ताऊ का ट्रैक्टर चलाया करता था. इसी दौरान वह नाबालिग संजना को भगाकर ले गया और उससे प्रेम विवाह कर लिया. इस मामले में खुशीराम 3 वर्ष की सजा काटकर 3 महीने पहले ही जेल से बाहर आया था.
अच्छी लाइफस्टाइल जीने के लिए रचा हनीट्रैप का षड्यंत्र
खुशीराम के जेल में रहने व जमानत कराने में हुए खर्च के चलते दंपत्ति आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. दंपति ने बताया कि आर्थिक तंगी से ऊबरने व अच्छी लाइफस्टाइल जीने के लिए दोनों ने अखबारों की खबरें पढ़कर हनीट्रैप का षड़यंत्र रचा था.
दुकानदार को ऐसे बनाया साजिश का शिकार
हनीट्रैप का शिकार बने दुकानदार ने बताया कि दंपति मालपुरा स्थित उसकी दुकान पर आये व काफी सामान खरीद लिया. दोनों ने उसे फोन पे पर भुगतान किये जाने की बात भी कही लेकिन कई बार तकाजा करने के बाद भी भुगतान नहीं किया. पीड़ित के अनुसार इस दौरान दोनों टोंक आ गये और फिर वीडियो चेटिंग कर भुगतान लेने के लिये टोंक बुला लिया. पीड़ित ने बताया कि जब वह 6 अगस्त को दंपति के महावर नगर स्थित कमरे पर पहुंचा तो संजना व उसके पति ने डरा धमकाकर उसे अर्द्धनग्न कर दिया. बाद में पति खुशीराम ने दोनों का आपत्तिजनक वीडियो भी बना लिया. पीड़ित के अनुसार, ब्लैकमेल करने पर बदनामी के डर से उसने 1.70 लाख रुपये की राशि दंपति को दे दी.
दोबारा धमकी मिलने पर पीड़ित ने दिखाई हिम्मत
पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज ने बताया कि दंपति ने पीड़ित दुकानदार से 15 अगस्त को फिर से 50 हजार रुपये की मांग कर दी. इस बार पीड़ित ने हिम्मत दिखाते हुए पूरा मामला बताया तो पुलिस ने डिकॉय ऑपरेशन की तैयारी कर ली. तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार जैसे ही पीड़ित ने दंपति को उनके घर पहुंचकर 50 हजार रुपये की राशि दी तो सादे कपड़ों में तैनात पुलिसकर्मियों ने दोनों को रंगे हाथों धर दबोचा. पुलिस ने दोनों से हनीट्रैप के बदले वसूली गयी 1.30 लाख रुपये की राशि भी बरामद कर ली. बताया जा रहा है कि खुशीराम आपराधिक प्रवृत्ति का है और उसके खिलाफ 8 आपराधिक मामले टोंक व जयपुर में दर्ज हैं.
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