Jaipur: हैवान कलयुगी पिता के हाथों नौची गई नन्ही सी कली उस दंश को भूली भी नहीं की अब 11 साल की उम्र में खुद मां बनने चली हैं, जबकि बच्ची को मां का असली मतलब तक नहीं पता है. एक तरफ डॉक्टरों ने बच्ची की जान को खतरा बताया है लेकिन राजस्थान हाईकोर्ट ने अबॉर्शन की अनुमति नहीं दी है. ऐसे में गर्भवती 11 साल की मासूम की करीब 1 माह में डिलीवरी होनी है लेकिन सांसे सबकी अटकी हुई है.
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दरअसल, घटना जयपुर ग्रामीण इलाके की है. जहां कुछ माह पहले एक दलित परिवार में एक पिता द्वारा अपनी ही बेटी के साथ हैवानियत की घटना सामने आई. तब आरोपी पिता अपनी मंदबुद्धि पत्नी को छोटे बेटे के साथ पीहर भेज देता और पीछे से अपनी ही बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाता था. कई बार बच्ची ने चीख पुकार भी मचाई लेकिन आरोपी पिता ने डरा धमका मुंह बंद कर दिया.
1 साल तक कुकर्म करता रहा पिता!
करीब एक साल तक यह सिलसिला चलता रहा लेकिन एक दिन जब उसकी तबियत बिगड़ी तो आरोपी उसे ननिहाल छोड़ दिया. फिर ज्यादा तबियत बिगड़ी और बच्ची रोने लगी तो मामा ने दुलारा तो दर्द जुबां पर आ गया. अगले ही दिन केस हुआ तो आरोपी पिता अब जेल में सजा काट रहा है लेकिन बच्ची उससे भी बड़ी सजा से गुजर रही है. 11 साल की मासूम 8 माह की गर्भवती है लेकिन हाईकोर्ट ने गर्भपात की अनुमति नहीं दी है, क्योंकि मेडिकल बोर्ड के अनुसार इससे बच्ची की जान को खतरा है.
राजस्थान हाईकोर्ट ने गर्भपात से किया इनकार
राजस्थान हाईकोर्ट के अधिवक्ता फतेहचंद सैनी ने राजस्थान तक संवाददाता को बताया कि बीते 16 जनवरी को पीटीशन फाइल की और मेडिकल बोर्ड से भी चर्चा की, जिससे पता चले सकें की 11 साल की उम्र में मां बनने और पूर्ण विकसित भ्रूण का गर्भपात करने में क्या नुकसान हो सकता है, लेकिन बच्ची की उम्र, वजन और भ्रूण की स्थिति देख हाईकोर्ट ने गर्भपात से इनकार कर दिया. फिलहाल गर्भवती बच्ची को नर्स की देखरेख में बालिका गृह में रखा गया है और नवजात होने पर उसको बाल कल्याण समिति को सौंप दिया जाएगा. इधर आरोपी पिता के सेंपल भेज दिए है लेकिन DNA रिपोर्ट का अभी भी इंतजार है.
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