Junaid-Nasir murder case: राजस्थान का जुनैद-नासिर हत्याकांड एक बार फिर से चर्चा में है. मामले में मुआवजे की मांग को लेकर जुनैद-नासिर के चचेरे भाई जाबिर ने अपने गांव घाट मीका के मोबाइल टावर पर चढ़ने की चेतावनी देते हुए वीडियो जारी कर दिया. इसके बाद पहाड़ी थाना पुलिस और अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह उसे हिरासत में लेने पहुंचे लेकिन गांववालों ने उन्हें चारों तरफ से घेरकर पथराव शुरू कर दिया. घटना में पुलिस की गाड़ी टूट गई और एक पुलिसकर्मी को चोट भी आई है.
ADVERTISEMENT
दरअसल, जुनैद और नासिर का चचेरा भाई जाबिर मृतकों के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर विगत 14 मई को भी गांव के मोबाइल टावर पर चढ़ गया था. मगर आश्वासन के बाद दूसरे दिन वह मोबाइल टावर से नीचे आ गया था. उसने सोमवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी करते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है इसलिए मैं दोबारा मोबाइल टावर पर चढ़ने के लिए मजबूर हो जाऊंगा.
जाबिर को शांतिभंग के आरोप में किया अरेस्ट
सूचना के बाद पुलिस टीम सोमवार देर रात करीब 10:30 बजे गांव पहुंची और धमकी देने वाले जाबिर को हिरासत में लेकर थाने लेकर जा रही थी. मगर ग्रामीणों ने पुलिस की जीप को चारों तरफ से घेर लिया और पथराव शुरू कर दिया. इस हमले में अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक की जीप क्षतिग्रस्त हुई है और एक पुलिसकर्मी को चोट लगी है. पुलिस ने चेतावनी देने वाले जाबिर को शांति भंग की धारा में गिरफ्तार कर लिया है जिसे मंगलवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा.
यह है पूरा मामला
भरतपुर के रहने वाले जुनैद और नासिर की हरियाणा के भिवानी में गौरक्षकों ने जिंदा जलाकर हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों रिंकू सैनी, मोनू और गोगी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था जिनके खिलाफ चालान पेश हो चुका है. वहीं 6 मुख्य इनामी बदमाशों की तलाश जारी है. पुलिस ने विगत 21 मई को एक सूची जारी करते हुए इस हत्याकांड में शामिल 21 लोगों के नाम भी उजागर किए थे जिनमें मोनू मानेसर का नाम भी शामिल है.
यह भी पढ़ें: रकबर मॉब लिंचिंग केस में 4 दोषियों को 7 साल की सजा, एक आरोपी बरी
ADVERTISEMENT