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काफी वक्त के बाद महारानी का ऐसा एक्शन दिखा है, जब उन्होंने सीधे तौर पर अपने विरोधियों को जवाब दिया हो, हनुमान बेनीवाल तो कई बार कह चुके थे कि वसुंधरा और गहलोत मिले हुए हैं और पिछले दिनों जब सचिन पायलट ने वसुंधरा राजे के कार्यकाल में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अनशन किया तो उनका भी इशारा कुछ इसी ओर था, जिस पर अब महारानी ने करारा जवाब दिया है, महारानी ने साफ शब्दों में कह दिया है कि जिनसे विचार नहीं मिलते उनसे मिले होने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। वसुंधरा ने तो नींबू और दूध वाली कहावत के जरिए खुद से अशोक गहलोत की तल्खी को भी जग जाहिर कर दिया।विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सक्रिय होने के साथ ही विरोधियों को भी घेरना शुरू कर दिया है, बीतें कुछ दिनों से सचिन पायलट निशाने पर हैं,उन्होंने कहा कि कई लोगों का दुष्प्रचार कि ‘वो तो मिले हुए हैं, लेकिन क्या दूध और नीबू रस आपस में कभी मिल सकते है। श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ में विश्नोई समाज के जम्भेश्वर मंदिर में कलश स्थापना समारोह में बोल रहीं महारानी ने अपने विरोधियों पर जोरदार प्रहार किए। महारानी ने इशारों ही इशारों में पायलट के आरोपों का जवाब भी दे दिया। राजे ने कहा कि विश्नोई समाज के 29 नियमों में से 13वां नियम निंदा नहीं करना और 14वां नियम झूठ नहीं बोलना है, लेकिन कई लोगों को निन्दा और झूठे आरोप लगाए बिना नींद ही नहीं आती, झूठे आरोप उसी पर लगते हैं, जो विपक्ष की नींद उड़ा कर रखे, राजे ने कहा कि कई लोग षड्यंत्र कर एक ही झूठ बोलते आ रहे हैं कि वो तो मिले हुए हैं। वसुंधरा ने कहा कि भ्रष्टाचार एक क़िस्म की चोरी ही है, जहां बिना पैसे काम नहीं होते वहां महंगाई कैसे कम होगी? मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी जमकर घेरते हुए महारानी ने कहा कि लगाना ही है तो भ्रष्टाचार राहत कैम्प लगाइए, क्यों कि महंगाई तो आपसे कम होने से रही।
vasundhara raje target on ashok gehlot
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