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कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के सरकारी निमंत्रण में मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री के शपथग्रहण का विवरण लिखा गया है, जबकि संविधान की धारा 163 और 164 में ऐसे किसी पद की शपथ का विवरण नहीं है।
ये कहना है कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का.. जो लगता है राजस्थान में नई बन रही सरकार और कल होने वाले शपथग्रहण में अडंगा लगाना चाहते हैं। सरकार भाजपा की और सीएम बन रहे हैं भजन लाल.. दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा डिप्टी सीएम होंगे। लेकिन इसी बीच डोटासरा जी ने बीजेपी की नई बन रही सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल ये कि बीजेपी दो-दो डिप्टी बना रही है लेकिन संविधान में उपमुख्यमंत्री नाम का कोई पद है ही नहीं। लेकिन शायद डोटासरा जी भूल गए कि डिप्टी सीएम तो सचिन पायलट भी बने थे। वो तो नाकारा-निक्कमा कहकर गहलोत ने हटा दिया।
आपको बताएं कि गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकारी निमंत्रण में मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री के शब्द का जिक्र संवैधानिक शब्दावली के विरुद्ध बताया है। लेकिन बात फिर वही कि डिप्टी सीएम तो सचिन पायलट भी बने थे। 2018 में सीएम अशोक गहलोत का शपथ ग्रहण भी जयपुर के रामनिवास बाग में ही हुआ था और 2023 में भजनलाल भी यहीं शपथ लेंगे।
बताते चलें कि उप मुख्यमंत्री को लेकर कोई संवैधानिक मान्यता नहीं है.. हालांकि सारी पार्टियां सियासी लाभ और अपने नेताओं का कद बढ़ाने के लिए डिप्टी सीएम के पद का इस्तेमाल करती हैं। अपने पहले कार्यकाल में अशोक गहलोत ने भी द्वारका प्रसाद बैरवा और कमला बेनीवाल को उपमुख्यमंत्री बनाया था। वहीं भैरों सिंह शेखावत के कार्यकाल के दौरान भी हरिशंकर भाभड़ा डिप्टी सीएम बने थे।
There is no objection to Sachin Pilot becoming Deputy CM, what problem does Dotasra ji have with Diya?
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