रणथंभौरः 7 दिन में 2 बाघ-बाघिन और एक शावक की मौत, मृत अवस्था में मिली टी-114

Sawai Madhopur News: रणथम्भौर में लगातार बाघों की मौत के चलते वन विभाग की चिंता बढ़ गई है. कुछ दिन पहले बाघ टी-57 की मौत के बाद अब बाघिन टी-114 की भी मौत हो गई. करीब 7 दिन से बाघिन के लापता होने के दौरान वन विभाग को पगमार्क भी मिलने की सूचना मिली थी. […]

Rajasthantak
follow google news

Sawai Madhopur News: रणथम्भौर में लगातार बाघों की मौत के चलते वन विभाग की चिंता बढ़ गई है. कुछ दिन पहले बाघ टी-57 की मौत के बाद अब बाघिन टी-114 की भी मौत हो गई. करीब 7 दिन से बाघिन के लापता होने के दौरान वन विभाग को पगमार्क भी मिलने की सूचना मिली थी. लेकिन इसके बाद भी विभाग की टीम बाघिन को ट्रेस नहीं कर पाई. जिसके बाद अब बाघिन मृत अवस्था में मिली. वहीं, मंगलवार दोपहर में टी-114 के एक शावक की भी मौत हो गई थी.

गौरतलब है कि रणथम्भौर की फलौदी रेंज के दोलाड़ा गांव के एक खेत में तीन शावक नजर आए थे. जिनमें से एक शावक की मौत हो गई है. वन विभाग की टीम को रणथम्भौर टाइगर रिजर्व से कुछ ही दूरी पर फलौदी रेंज के नहारी नाले में एनिकट के पास एक शावक मृत अवस्था में मिला.

वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पहली बार ग्रामीणों को 25 जनवरी को बाघिन टी-114 के तीन शावक दोलाड़ा गांव में नजर आए थे. ग्रामीणों ने इस बारे में वन विभाग को सूचना भी दी थी. सूचना पर विभाग की टीम मौके पर भी पहुंची थी. विभाग की ओर से शावकों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही थी. इसके लिए विभाग की ओर से 20 से अधिक वन कर्मियों की टीम भी लगाई गई थी. रणथम्भौर के डीएफओ संग्राम सिंह ने बताया कि मृतक शावक की उम्र करीब तीन माह है. पिछले दो दिनों में हुई बारिश व ओलावृष्टि के कारण मौसम के मिजाज में भी अचानक बदलाव आया है. संभवतया मौसम में बदलाव के चलते शावक सरवाइव नहीं कर पाया और उसकी मौत हो गई.

यह भी पढ़ेंः गहलोत-पायलट की गुटबाजी पर राजेंद्र राठौड़ ने कसा तंज, इन्हें बता दिया खलनायक! जानें

    follow google newsfollow whatsapp