Rajasthan News: अलवर जिले (Alwar News) के बहरोड़ के रहने वाली धोली देवी ने गुरुवार शाम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) से संवाद किया. इस संवाद के दौरान सीएम गहलोत ने ऐसी बात कही, जिसकी चर्चाएं अब सोशल मीडिया पर होने लगी. वीसी के जरिए बातचीत करते हुए सीएम ने मुख्यमंत्री पद को लेकर बयान दे दिया. सीएम गहलोत ने कहा “मैं सीएम की कुर्सी छोड़ना चाहता हूं, लेकिन ये पद मुझे नहीं छोड़ रहा”.
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दरअसल, सीएम गहलोत गुरूवार शाम को ‘अंगदान महाभियान कार्यक्रम’ के तहत अलवर जिले के लाभार्थियों से वीसी के जरिए जुड़े थे. इस दौरान वह अलग-अलग लाभार्थियों से बात कर रहे थे. इसी दौरान अलवर जिले के बहरोड़ कस्बे के शेरपुर गांव की रहने वाली धोली देवी ने भी सीएम गहलोत से राज्य सरकार की योजनाओं का तारीफ की.
मैं मुख्यमंत्री नहीं रहना चाहता: सीएम गहलोत
‘अंगदान महाभियान कार्यक्रम’ के दौरान धोली देवी ने कहा कि ‘मैं चाहती हूं कि आगे भी आप ही मुख्यमंत्री रहे’, इसका जवाब देते हुए “मैं मुख्यमंत्री नहीं रहना चाहता लेकिन मुझे मुख्यमंत्री का पद नही छोड़ रहा”. धोली देवी ने बताया चिरंजीवी योजना में 25 लाख का इलाज निःशुल्क हुआ है, उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया.
कई मेडिकल संस्थानों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया
मुख्यमंत्री गहलोत ने गुरुवार शाम को प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों का लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में हिस्सा लिया. जिसमें अलवर जिले में 6 करोड़ रुपए की लागत से बने तीन चिकित्सा संस्थानों का किया लोकार्पण किया. इस दौरान सीएम गहलोत ने चिरंजीवी योजना की हार्ट ट्रांसप्लांट लाभार्थी धोली देवी से संवाद किया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास से वर्चुअल जुडकर प्रदेश में 220 करोड़ की लागत से बने 148 चिकित्सा संस्थानों का लोकार्पण एवं 551 करोड़ की लागत से बनने वाले 101 चिकित्सा संस्थानों का शिलान्यास किया.
इसमें अलवर जिले के 121.84 लाख रुपए की राशि से बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टीकरी, 141.95 लाख रुपए की राशि से बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कीलपुरखेडा एवं 335.43 लाख रूपये की राशि से बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहादुरपुर का लोकार्पण किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने 25 मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब और 10 चिरंजीवी 104 जननी एक्सप्रेस एम्बुलेंस को भी हरी झंडी दिखाकर प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिये रवाना किया.
हार्ट ट्रांसप्लांट लाभार्थी से किया संवाद
अलवर जिले के बहरोड़ के गांव शेरपुर निवासी धोली देवी ने मुख्यमंत्री से संवाद करते हुए बताया कि वह गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है व उनके पति खेती का काम करते हैं. धोली देवी ने बताया कि वर्ष 2019 में सांस लेने में समस्या आने पर जब वह अस्पताल गई तो चिकित्सक ने बताया कि आपका 20 प्रतिशत हार्ट ही कार्य कर रहा है तथा मुझे हार्ट ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी. प्राइवेट हॉस्पिटल ने हार्ट ट्रांसप्लांट कराने में 25 से 30 लाख रुपए का खर्चा आने के बारे में बताया. मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण मेरा परिवार इतना खर्चा उठाने में सक्षम नहीं था. मैंने और मेरे परिवार ने यह मान लिया कि अब इस बीमारी का इलाज नहीं हो पाएगा और दवाई के भरोसे जितने दिन जीवन है जी लूंगी. जब मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में निःशुल्क इलाज की जानकारी मिली तो उम्मीद की किरण नजर आई और योजना के तहत मेरा एसएमएस अस्पताल जयपुर में 24 जून 2022 को हार्ट ट्रांसप्लांट योजना के तहत पूरी तरह निःशुल्क हुआ. अब मैं पूरी तरह से स्वस्थ महसूस कर रही हूं. धोली देवी ने हार्ट ट्रांसप्लांट कराने पर राज्य सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का तहे दिल से आभार व्यक्त किया.
अंगदान महा अभियान का शुभारंभ
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शअशोक गहलोत की ओर से जिला कलक्टर पुखराज सेन ने राजगढ़ के तिलवाड निवासी सात वर्षीय स्व. मोहित के परिजनों को दोनों किडनी व लीवर डोनेट करने पर व कोटकासिम के बीलाहेडी गांव के 48 वर्षीय स्व. जगन सिंह के परिजनों को किडनी व लीवर डोनेट करने पर प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से अंगदान महा अभियान का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि अंगदान जीवनदान है. अंगदान अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के इस पुनीत कार्य में उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति का भागीदारी का आह्वान किया.
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