Rajasthan: राजस्थान से वन्य प्रेमियों के लिए दुखद खबर सामने आ रही है. रणथंभौर नेशनल पार्क में रविवार को प्रसिद्ध टाइगर टी 58 का आकस्मिक रूप से निधन हो गया. टाइगर की मौत की खबर के बाद वन विभाग के अधिकारियों भी चकित हैं. जानकारी के अनुसार टाइगर ने रविवार सुबह एक भैंस का शिकार किया था और उसी शाम उसकी मौत हो गई. वन मंत्री संजय शर्मा ने ट्वीट क टाइगर को श्रद्धांजलि अर्पित की है.
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वन विभाग ने टाईगर टी 58 का शव अपने कब्जे में लिया और राज बाग नाका चौकी पहुंचाया. जहां आज मेडिकल बोर्ड की मौजूदगी में टाइगर के शव का पोस्टमार्टम किया गया. पशु चिकित्सकों के मुताबिक प्रथम दृष्टया टाइगर की मौत अचानक हृदय घात के कारण हुई है. पशु चिकित्सकों का कहना है कि पॉइजन व अन्य कारणों की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता.
जांच रिपोर्ट का इंतजार
टाइगर के शव से सैम्पल विसरा लिया गया है, जिसे बरेली एवं भरतपुर जांच लेब में टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही टाईगर टी 58 की मौत के सही कारणों का पता लग पाएगा. दरसल रविवार को टाइगर टी 58 का मूवमेंट हिंदवाड गांव के नजदीक था. बताया जा रहा है कि इस दौरान टाइगर ने वहां एक भेंस का भी शिकार किया था. हिंदवाड़ गांव के नजदीक ही टाइगर टी 58 एक खेत में बैठा हुई थी. मौके पर लोगों की भीड़ भी जमा हो गई थी. सूचना पाकर वन विभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे थे और टाइगर की मॉनिटरिंग भी की जा रही थी. लेकिन आश्चर्य की बात यह रही कि रविवार शाम को अचानक टाइगर की मौत हो गई.
विधिवत रूप से किया अंतिम संस्कार
अचानक टाइगर की मौत की सूचना पर वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और टाइगर का शव अपने कब्जे में लिया. जिसका आज राजबाग नाका चौकी पर प्रशासनिक अधिकारी एवं वन विभाग के आला अधिकारी तथा मेडिकल बोर्ड की मौजूदगी में पोस्टमार्टम करवाया गया. जहां पोस्टमार्टम के दौरान प्रथम दृष्टया हार्ट अटैक से टाइगर की मौत की पुष्टि हुआ. अचानक हुई टाइगर की मौत से वन विभाग की कार्यशैली पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा हुआ है. पोस्टमार्टम करने के बाद टाइगर के शव का विधिवत रूप से अंतिम संस्कार कर दिया गया.
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