Kanhaiya Lal murder case: देश में चर्चित उदयपुर (udaipur news) के टेलर कन्हैया लाल हत्याकांड तो आपको याद ही होगा. इस हत्याकांड के आरोपियों को पकड़वाने वाले दोनों युवाओं को गहलोत सरकार (ashok gehlot) ने बड़ा तोहफा दिया है. प्रदेश सरकार ने शक्ति और प्रह्लाद को सरकारी नौकरी दी है. कैबिनेट की मीटिंग में ये फैसला लिया गया है.
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प्रदेश सरकार ने शक्तिसिंह और प्रहलाद सिंह चुंडावत की बहादुरी को देखते हुए सरकारी नौकरी की सौगात दी है. दोनों युवाओं से मिली सूचना के आधार पर ही पुलिस आरोपियों को पकड़ पाई थी.
ये है मामला
बात 28 जून 2022 की है. उदयपुर में दिनदहाड़े कन्हैयालाल टेलर की निर्मम हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड को अंजाम देकर आरोपी राजसमंद के भीम की तरफ भाग रहे थे. इस दौरान पुलिस ने गांव की दो युवा शक्ति सिंह और प्रहलाद सिंह को आरोपियों के भागने की सूचना दी. दोनों युवाओं ने आरोपियों का लंबी दूरी तक पीछा कर पकड़वाने में मदद की.
सीएम गहलोत की अध्यक्षता में लिया गया फैसला
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया. शक्ति सिंह चुंडावत और प्रहलाद सिंह चुंडावत को कनिष्ठ सहायक के पद पर नियुक्ति दी जाएगी. दरअसल इस हत्याकांड के बाद सरकार ने इन दोनों युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था. वहीं भाजपा की ओर से लगातार इस मामले को लेकर अशोक गहलोत सरकार पर सवाल उठाए जा रहे थे.
पुलिस की सूचना पर 25 किमी तक किया पीछा
हत्याकांड के बाद भाग रहे आरोपियों के बारे में पुलिस ने दोनों युवकों को सूचना दी. सूचना के मुताबिक आरोपी राजसमंद जिले के देवगढ़ थाना इलाके से होकर गुजर रहे हैं. तब देवगढ़ पुलिस ने यह सूचना दोनों युवाओं को दी.
चूंकि आरोपी जिधर भाग रहे थे उधर ही युवाओं का गांव पड़ता है. तभी दोनों युवाओं ने 25 किमी तक आरोपियों का पीछा किया और उन्हें पकड़वाने में मदद की.
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