JLF 2023: जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के चौथे दिन की मुगल टेंट विवाद के साथ शुरुआत हो गई है. आज होटल क्लार्क्स आमेर में अलग-अलग सेशंस में वरुण गांधी, नंदन नीलेकणी, वीर सांघवी, सिद्धार्थ सेठिया, हरिप्रसाद चौरसिया अपनी बात रखेंगे. इसके साथ आज रात आमेर के गणेश पोल पर राजस्थानी रंग देखने को मिलेंगे. रात को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा. जहां ट्रेडिशनल कलाकार परफॉर्म करते नजर आएंगे. फेस्ट का रंग साहित्य प्रेमियों पर सिर चढ़कर बोल रहा है.
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आज अलग-अलग 56 सेशन में प्रसिद्ध लेखक, फिल्मकार के साथ युवा साहित्यकार भाग लेंगे. जिसमें देश-दुनिया के तमाम कला, सामाजिक, राजनीतिक सहित लोकतांत्रिक मुद्दों पर चर्चा होगी. अब तक फेस्ट में गुलजार, शशि थरुर, जावेद अख्तर, सचिन पायलट समेत कई हस्तियां शामिल हो चुकी हैं. 23 जनवरी तक चलने वाले फेस्ट में साहित्य के साथ यंगस्टर्स फैशन का तड़का लगा रहे हैं.
मुगल टेंट पर हुआ विवाद
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में मुगल टेंट बनाने के विवाद पर भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है. प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अच्छा होता मुगल टेंट का नाम डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर होता. वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुगल की जगह महाराणा प्रताप का नाम भी लिखा जा सकता था. विवाद के बाद JLF के ऑर्गनाइजर संजॉय रॉय ने कहा कि यह नाम डिग्गी पैलेस से चला आ रहा है. मुगल टेंट का नाम उसके आर्किटेक्चर डिजाइन की वजह से रखा गया था. यह फेस्टिवल जैसा है, वैसा ही चलेगा, इसमें कोई बदलाव नहीं होगा.
जानें… JLF की अब तक की झलकियां
बता दें पिंकसिटी के पांच सितारा होटल क्लार्क्ल आमेर में 19 जनवरी को रंगारंग आगाज हुआ था. फेस्ट के पहले दिन गुरुवार को ‘बॉलीवुड की ‘बुनियाद’ सेशन में फिल्म समीक्षक अजीत राय ने शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ के विरोध को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि फिल्म का विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि शाहरुख खान मुसलमान हैं. इसके आलावा गुलजार, शशि थरुर, जावेद अख्तर, सचिन पायलट समेत कई हस्तियां शामिल हो चुकी हैं.
पहले दिन राइट टू सेक्स भीमराव अंबेडकर लाइफ टाइम्स खाकी फाइल्स जैसे प्रमुख मुद्दों पर आमिया श्रीनिवासन, शशि थरूर, शोभा डे, फिल्म समीक्षक अजीत राय, अजय पाल लांबा जैसे वक्ताओं ने अपनी बात रखी. वहीं दूसरे दिन मशहूर गीतकार गुलजार और जावेद अख्तर पहुंचे. इस दौरान साहित्यप्रेमियों ने गुलजार और अख्तर की बातें सुनी. गुलजार के सेशन में भीड़ इतनी थी कि वहां खड़े रहने की जगह नहीं थी. वहीं जावेद अख्तर और शबाना आजमी की जोड़ी लोगों को खूब पसंद आई. तीसरे दिन अनामिका, नंद भारद्वाज, शेहान करुनातिलक, दीप्ति कपूर, यतीन्द्र मिश्र, खालिद जावेद, बारां फारुकी जैसे लेखकों ने खूब रंग जमाया. जेएलएफ के ‘एक हिंदी अनेक हिंदी सत्र’ में प्रतिष्ठित लेखकों अनामिका, नंद भारद्वाज, पुष्पेश पंत, गीतांजलि श्री और यतीन्द्र मिश्र ने हिंदी के माध्यम से भाषा और साहित्य के समकालीन और शास्त्रीय स्वरूप की बात रखी.
जावेद साहब में रोमांस की हड्डी नहीं- शबाना आजमी
सेशन के दौरान बातचीत करते हुए शबाना ने कहा कि अक्सर कई लड़कियां और महिलाएं जावेद अख्तर के पीछे भागती और मेरे पास भी आती हैं. वे कहती हैं कि आपके पति इतनी रामांटिक गीत और शायरी लिखते हैं. आप तो खुशनसीब हैं कि आपको इतने रोमांटिक पति मिले. ये घर पर भी बहुत रोमांटिक होंगे. मैं उन सब महिलाओं और लड़कियों को कहती हूं कि जावेद साहब में रोमांस नाम की एक हड्डी तक नहीं है. इस पर जावेद साहब ने भी मजाकिया अंदाज में कहा कि सर्कस में काम करने वाला व्यक्ति जिस तरह वहां उल्टा लटकता है घर आकर वैसे ही उल्टा नहीं लटकता.
साहित्य की महफिल में युवाओं ने दिखाए फैशन के रंग
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में हजारों की संख्या में यंगस्टर्स हिस्सा बन रहे है. युवाओं का विंटर फैशन का तड़का आकर्षण बना हुआ है. गर्ल्स ब्लेजर को शर्ट, टी-शर्ट, टयूनिक, साड़ी, लहंगा, स्कर्ट के साथ पहने दिखाई दे रही हैं. साथ ही ओवरकोट, कार्डिगन, लेदर ग्लव्स के साथ कश्मीर की पश्मीना शॉल और साड़ियों में भी मॉर्डन डिजाइन खास है. पूरे फेस्ट में विंटर सीजन में भी फैशन का पारा हाई है. जेएलएफ में बड़ी संख्या में देशी-विदेशी लोग शामिल हो रहे हैं.
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