Speed of 100 trains including Vande Bharat will increase in Rajasthan: ट्रेनों (indian railway) में सफर करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. उत्तर पश्चिम रेलवे में अब ट्रेनों की रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. इनमें रेवाड़ी-अलवर-जयपुर-अजमेर-पालनपुर -अहमदाबाद रेल मार्ग पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की अनुमति मिल चुकी है. इस मांग पर चलने वाली वंदेभारत (vande bharat express train), डबल डेकर सुपरफास्ट, शताब्दी और राजधानी समेत 100 ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी. इससे यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में और कम वक्त लगेगा.
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फिलहाल ये ट्रेनें 110 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ रही हैं. स्पीड बढ़ने के बाद इन ट्रेनों की रफ्तार 130 किमी प्रति घंटे हो जाएगी. नवंबर माह में उत्तर पश्चिम रेलवे करीब 100 ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाएगा. ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने से यात्रा के समय में बचत होगी व यात्री कम समय में ही डेस्टिनेशन तक पहुंच पाएंगे.
हो चुका है ट्रायल रन
उत्तर पश्चिम रेलवे में 452 ट्रेने संचालित होती हैं. वंदे भारत एक्सप्रेस, डबल डेकर सुपरफास्ट, शताब्दी एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस समेत 100 ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने वाली है. रेवाड़ी-अलवर-जयपुर-अजमेर-पालनपुर-अहमदाबाद तक रेलवे सेक्शन को 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से संचालन की उत्तर पश्चिम रेलवे को अनुमति मिल चुकी है. बीते कुछ दिनों से 350 किलोमीटर लंबे इस रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों का ट्रायल चल रहा था. ट्रायल सफल होने के बाद रेलवे सीआरएस की तरफ से अनुमति दी गई है. ट्रायल के दौरान ट्रैक की क्षमता, पुलों का शुद्धिकरण, विद्युतीकरण और सिग्नल प्लानिंग को अपग्रेड करने का काम किया गया है.
रेवाड़ी से अहमदाबाद के बीच बढ़ेगी स्पीड
उत्तर पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि रेवाड़ी से अहमदाबाद तक 350 किलोमीटर लंबे क्षेत्र पर 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों के संचालन की अनुमति मिल चुकी है. ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने से समय की बचत होगी. कम समय में यात्री एक जगह से दूसरी जगह आ जा सकेंगे. लंबे समय से ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की प्रक्रिया में काम चल रहा था. अभी केवल एक रेलवे सेक्शन पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की अनुमति मिली है. अन्य क्षेत्र पर भी रेलवे ट्रैक को बेहतर करने का काम चल रहा है.
वंदे भारत एक्सप्रेस सहित 100 ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार
उत्तर पश्चिम रेलवे में चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस, डबल डेकर सुपरफास्ट, शताब्दी एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, गरीब रथ सहित 100 ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई जाएगी. इसको लेकर रेलवे के अधिकारियों ने काम शुरू कर दिया है. रफ्तार बढ़ने से समय बचेगा. इसलिए ट्रेनों के संचालन के समय में भी बदलाव किया जाएगा.
ट्रेन की रफ्तार बढ़ाने के लिए क्या होती है प्रकिया
ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए रेलवे की तरफ से पूरे सिस्टम को बदल जाता है. रेलवे ट्रैक पर ज्यादा वजन की रेलवे लाइन डाली जाती है. रेलवे ट्रैक पर पड़ने वाले पुल को मजबूत किया जाता है. विद्युतीकरण लाइन को बेहतर करने के साथ ही उसमें आधुनिक उपकरण लगाए जाते हैं. साथ ही जिस ट्रैक पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई जाती है उस ट्रैक पर सिग्नल सिस्टम को भी अपग्रेड किया जाता है. इन कार्यों के होने के बाद रेलवे के सुरक्षा अधिकारी अलग-अलग तरह से रेलवे ट्रैक को चेक करते हैं. कई दिनों तक अधिकतम रफ्तार में ट्रेनों को ट्रैक पर दौड़ा कर चैक करते हैं.
इन यात्रियों को होगा फायदा
दिल्ली से अहमदाबाद जाने में करीब डेढ़ घंटे से ज्यादा का समय बचेगा. इसी तरह से दिल्ली से जयपुर, अजमेर व अलवर सहित अन्य स्टेशनों पर आने-जाने में भी समय की बचत होगी. रेलवे अधिकारियों की तरफ से अभी ट्रेनों का नया टाइम टेबल सेट किया जा रहा है. ट्रेन की स्पीड के अनुसार ट्रेनों के संचालन का समय निश्चित होगा. इसका सीधा फायदा यात्रियों को मिलेगा.
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