Rajasthan News: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देशभर के खुदरा बाजारों में आटे व गेहूं की बढ़ रही कीमतों पर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार को राज्यों के सहयोग से कीमतों पर नियंत्रण करने की सलाह दी है. सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा है- ‘देशभर के खुदरा बाजारों में आटे व गेहूं की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं. केन्द्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक आटे व गेहूं की कीमतें लगभग 30% तक बढ़ी हैं. यह राष्ट्रव्यापी संकट की स्थिति चिंताजनक है. केन्द्र सरकार को अविलंब राज्यों से समन्वय कर इन कीमतों पर नियंत्रण हेतु उचित कदम उठाने चाहिए.
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गेहूं और आटे की कीमतें 10 साल के उच्चतम स्तर पर हैं. गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर मंत्रियों की समिति (सीओएम) की बैठक हुई है.
इस पर राजस्थान सरकार के खाद्यमंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने उदयपुर में कहा कि 8 सालो में गेहूं के आटे की कीमत बढ़ती जा रही है. आटे पर टैक्स लगा दिया है. इसलिये महंगा हो गया है. इस पर बीजेपी क्यों नाटक कर रही है. बेवकूफ बनाना बंद करो. भाजपा देश में नाटक कर रही है. 10 सालों में दाम नहीं बढ़े हैं. इन 8 सालो में बढ़े हैं टेक्स जो भाजपा सरकार ने लगाया है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान के साथ ही भारत में भी गेहूं की कीमतों में बड़ा उछाल देखा जा रहा है. सरकार ने गेहूं की एमएसपी 2022 में 2015 रुपए प्रति क्विंटल और 2023 में साल 2125 रुपए तय की है. हालांकि बाजार में गेहूं 3200 रुपए प्रति क्लिंटल तक बिक रहा है.
सरकार की ओर से कहा गया कि वह दाम कम करने के लिए जल्द उपयुक्त कदम उठाएगी. हालांकि सरकार ये भी दावा कर रही है कि देश में गेहूं का पर्याप्त भंडार मौजूद है.
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