Alwar News: कहते हैं ‘जाको राखे साइयां मार सके ना कोई’.. यह कहावत अलवर में सिद्ध होती नजर आई. रक्षाबंधन के मौके पर अलवर (Alwar News) के एक डिस्पोजल व्यापारी अपनी बेटी, दामाद व नातिन को लेकर घर लौट रहा थे. बहरोड मार्ग पर ततारपुर के पास गायों को बचाने के लिए अचानक व्यापारी ने गाड़ी के जैसे ही ब्रेक लगाकर स्टेरिंग घुमाया. तो कार सड़क किनारे 100 फीट गहरी खाई में गिर गई. एक पल के लिए लगा कि यह जिंदगी का आखिरी पल है. लेकिन गाड़ी में बैठे जब सभी लोगों की आवाज आई. तो सभी ने राहत की सांस ली और व्यापारी ने गाड़ी का दरवाजा तोड़ा व सभी को बाहर निकाला. गाड़ी से बाहर निकलते ही सभी ने भगवान का धन्यवाद दिया. लोगों की मदद से सड़क पर आए और घर पहुंच कर पूरी घटना की जानकारी परिजनों को दी. यह पूरा मामला लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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अलवर के शिवाजी पार्क निवासी अखिलेश गर्ग डिस्पोजल व्यापारी है. अखिलेश ने बताया कि वो मंगलवार को घूमने गए थे. इस दौरान रास्ते में कोटपूतली से बेटी का फोन आ गया कि वो भी उनके साथ घर चलेगी. इस पर व्यापारी बेटी के घर गया व उनको कार में लेकर अलवर लौट रहे थे. कार में बेटी मीरा, दामाद पीयूष व नवासी राघवी बैठे हुए थे. बहरोड़ अलवर मार्ग पर ततारपुर के निकट सड़क के किनारे झाड़ियां से दो गाय सड़क की तरफ भाग कर आई. गाय को देखकर अखिलेश ने तेजी से ब्रेक लगाए व कार की स्टेरिंग घुमाई. जिससे कार का अचानक संतुलन बिगड़ गया व कार कंट्रोल नहीं हो सकी.
पेड़ से टकराकर पलट गई कार
कुछ ही पल में कार सड़क के किनारे एक पेड़ से टकरा गई व इसके बाद करीब 100 फीट दूर जाकर पलट गई. कार की रफ्तार तेज थी. इसलिए कार के चारों पहिए ऊपर हो गए. अखिलेश ने कहा कि एक पल के लिए उसे समझ में नहीं आया कि क्या हुआ. उसकी आंखों के आगे अंधेरा हो गया और उसने स्टेरिंग से हाथ हटा लिए. उसको लगा की गाड़ी उसके कंट्रोल से बाहर हो चुकी है. अखिलेश कुछ करते और संभाल पाते इस बीच गाड़ी खाई में गिर चुकी थी. गाड़ी में बैठे सभी लोगों को लगा कि यह पल उनकी जिंदगी का आखिरी पल है और वो कभी किसी से नहीं मिल पाएंगे. लेकिन खाई में गाड़ी के गिरने के बाद सभी के चीख पुकार की आवाज आने लगी. इस पर अखिलेश ने राहत की सांस ली. अखिलेश गाड़ी का दरवाजा तोड़कर बाहर निकले और गाड़ी में बैठी बेटी दामाद व नातिन को भी बाहर निकाला. हादसा इतना दर्दनाक था कि वहां मौजूद जिसने भी देखा उसकी रूह कांप गई. लेकिन गाड़ी में बैठे चारों लोगों को खरोच तक नहीं आई.
लोग बता रहे चमत्कार, किसी को नहीं आई चोट
अखिलेश ने कहा कि आमतौर पर टीवी व फिल्मों में ऐसा देखा था कि हादसे के बाद गाड़ी में आग लग जाती है व धमाका होता है. इसलिए गाड़ी के नीचे गिरने के बाद उसने तुरंत दरवाजा तोड़ा खुद बाहर निकले और सभी को बाहर निकाल कर गाड़ी से दूर किया. उसके बाद वहां मौजूद कुछ लोगों की मदद से उसे सड़क पर आए. परिवार जनों को फोन किया. कुछ देर में बेटा गाड़ी लेकर घटनास्थल पर पहुंचा. सभी लोग उसके बाद घर पहुंचे और घर पहुंच कर पूरी घटना की जानकारी परिजनों को दी. जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वो इस पूरे मामले को किसी चमत्कार से कम नहीं बता रहा है. कार को रात को ही जेसीबी से निकाला गया. अब यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. तो व्यापारी ने कहा कि उसे व उसके परिवार को नया जीवन मिला है.
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