Ajmer blackmail Case 1992 Verdict : अजमेर सेक्स स्कैंडल और ब्लैकमेल कांड (Ajmer 1992 sex scandal Full story) के बाकी बचे 6 आरोपियों को दोषी करार देने के बाद कोर्ट ने सभी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. 1992 के इस स्कैंडल (Sex scandal) ने पूरे देश में सनसनी मचाकर रख दी थी जिसमें 100 से ज्यादा स्कूल-कॉलेज की छात्राओं के साथ गैंगरेप (Big gangrape case of Ajmer) किया गया था.
ADVERTISEMENT
दरअसल, अजमेर ब्लैकमेल कांड 1992 (ajmer blackmail case 1992) के मामले में कुल 18 आरोपी थे. इनमें से 9 को सजा हो चुकी है. एक ने सुसाइड कर लिया. एक पर लड़के से कुकर्म के आरोपों के चलते अलग से ट्रायल चला और एक फिलहाल फरार है. अब अजमेर के विशेष न्यायालय पॉक्सो कोर्ट संख्या-2 ने बाकी बचे 6 आरोपियों को भी सजा सुना दी है.
इस तरह साजिश का शिकार हुईं 100 से ज्यादा लड़कियां
अजमेर के इस बहुचर्चित सेक्स स्कैंडल के मास्टर माइंड अजमेर तत्कालीन यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष फारूक चिश्ती, यूथ कांग्रेस जॉइंट सेक्रेटरी नफीस चिश्ती और यूथ कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट अनवर चिश्ती थे. उन्होंने एक बिजनेसमैन के बेटे से दोस्ती की और फिर उसके साथ कुकर्म कर उसकी तस्वीरें खींचकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. इससे उसकी गर्लफ्रेंड को भी पोल्ट्री फॉर्म पर बुलाकर रेप किया और फिर उसकी भी तस्वीरें खींचकर ब्लैकमेल किया जाने लगा. इसके बाद उसे उसकी सहेलियों को लाने के लिए कहा गया. इस तरह बदनाम होने के डर से एक-एक करके 100 से ज्यादा लड़कियां इन बदमाशों के चंगुल में फंसती चली गईं.
शहर में बंटने लगी न्यूड तस्वीरें तो सामने आई सच्चाई
अश्लील तस्वीरों की रील साफ करने के लिए आरोपियों ने जिस फोटो लैब में दी वहां के एक कर्मचारी ने इनकी और कॉपियां बनाकर दूसरे लोगों को दे दी. धीरे-धीरे इन लड़कियों की न्यूड तस्वीरें पूरे शहर में बंटने लगी. ये तस्वीरें जिस किसी के हाथ लगी उसी ने लड़कियों को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. उन्हें अलग-अलग स्थानों पर बुलाकर रेप किया जाने लगा. इसकी वजह से कई लड़कियों ने तो अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली. इस बहुचर्चित सेक्स स्कैंडल के बारे में यहां क्लिक कर विस्तार से पढ़ें
ADVERTISEMENT