मानसून की बारिश में घूमने के लिए हर कोई बैताब रहता है. पर्यटन का लुत्फ उठाने के लिए ट्रिप भी प्लान करते हैं. अगर आप इस सीजन में ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो सिलीसेढ़ झील अच्छा विकल्प हो सकता है. अरावली की पहाड़ियों के बीच अलवर में मौजूद यह झील अपनी खूबसूरती के लिए देश-विदेश में अपनी खास पहचान रखती है. दिल्ली-एनसीआर के नजदीक अच्छे पर्यटन स्थलों मे से एक यह झील इस साल तेज बारिश के चलते लबालब है. ऐसा मौका 8 साल बाद आया है, जब झील से पानी छलकने लगा है. ऐसे में यह समय ट्रिप के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है. उम्मीद जताई जा रही है कि थोड़ी बारिश और होने के बाद झील की चादर चलने लग जाएगी.
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बता दें कि इस साल अलवर में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है. यहां के झीलों की बारात क्षमता 492 मिलियन क्यूबिक फीट है. सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि साल 2016 में झील पूरी तरह भर गई थी और झील में चादर चली थी. उससे पहले 2010, 2012, 2003, 1996 और 1998 में झील में चादर चलती थी.
इस झील में 500 से ज्यादा मगरमच्छ है. ऐसे में प्रशासन की तरफ से पूरी सावधानी बढ़ती जा रही है. क्योंकि झील के आसपास ग्रामीण जमा हो गए हैं. जिससे मगरमच्छ के हमलों की आशंका बढ़ गई हैं. जिसकी सूचना वन विभाग को भी दी गई है.
किसानों के चेहरे पर खुशी!
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि झील से अक्टूबर माह में आसपास क्षेत्र कि ग्रामीणों को सिंचाई कार्य के लिए पानी दिया जाता है. इसके अलावा झील में यहां वोटिंग होती है. इसलिए हमेशा पानी रिजर्व रहता है. जिसमें स्पोर्ट्स एक्टिविटी होती हैं और साल भर यहां पानी रहता है.
इस झील में 28 फुट 9 इंच भरता है, जबकि 16 से 18 फीट पानी हमेशा रहता है. कई बार 26 फुट पानी झील में पहुंच चुका है. लेकिन 8 साल बाद सिलीसेढ़ झील ओवरफ्लो हुई है. जिसके बाद लोगों के चेहरों पर खुशियों से अलग प्रशासन चिंतित भी है. जिसके बाद प्रशासन ने झील के आसपास के सभी गांवों को अलर्ट कर दिया है. नहर झील के आसपास क्षेत्र में सिविल डिफेंस व पुलिस के लोगों को तैनात किया गया है. ग्रामीणों को पानी से दूर रखने की सलाह दी गई है.
झील के आसपास अतिक्रमण से भी बढ़ी चिंताएं!
झील के आसपास भराव क्षेत्र में अवैध होटल व रेस्टोरेंट के निर्माण हो गए हैं. झील में पानी आने में भी कई तरह की दिक्कत आती है. प्रशासन की तरफ से कुछ समय पहले अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई थी. लेकिन केवल एक होटल के कुछ हिस्से को तोड़ा गया और उसके बाद कार्रवाई बंद हो गई.
इन सबके बीच झील के आसपास क्षेत्र में एसडीएम, तहसीलदार, पुलिस सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियों को झील के आसपास तैनात कर दिया गया है और सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं. सिलीसेढ़ झील की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया है व पुलिस कर्मी तैनात किए गए.
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