ACB caught red handed taking bribe: राजस्थान के टोंक में नगर पालिका में तैनात एक सफाईकर्मी द्वारा 80 हजार रुपये का बिल पास करवाने के नाम पर 4 हजार रुपये की रिश्वत लेने का मामला सामने आया है. एसीबी ने सफाईकर्मी को रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रैप भी कर लिया है.
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पूरा मामला टोंक के उनियारा कस्बे का है जहां एसीबी ने कार्रवाई करते हुए उनियारा नगर पालिका के सफाईकर्मी लाखन सिंह नारवाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. वह गणतंत्र दिवस पर नाश्ता व मिठाई की सप्लाई के 80 हजार रुपये का बिल पास करवाने के नाम पर रिश्वत ले रहा था.
गौरतलब है कि महेंद्र मेरोठा नामक ठेकेदार ने एसीबी टोंक यूनिट में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि उसके 80 हजार रुपये की राशि वाला बिल लंबे समय से नगर पालिका में बिना भुगतान के अटका हुआ है. मेरोठा ने यह भी बताया था कि सफाईकर्मी लाखन सिंह ने उसे 5 हजार रुपये की रिश्वत राशि की मांग करते हुए बिल पास कराये जाने की बात कही थी. एसीबी द्वारा जब इस शिकायत का सत्यापन करवाया गया तो पता चला कि लेखा शाखा का कोई भी कार्मिक इस तरह की मांग नहीं कर रहा है. ऐसे में एसीबी द्वारा शनिवार को यह ट्रैप कर कार्रवाई की गई.
सफाईकर्मी ने ठेकेदार को अपने होटल पर बुलाकर ली रिश्वत
सफाईकर्मी लाखन ने ठेकेदार से रिश्वत राशि लेने के लिये उसे अपने होटल पर बुलाया. ठेकेदार के होटल पर पहुंचने पर लाखन ने उसे कुछ दूर आगे चलने को कहा और 5 हजार की जगह 4 हजार रुपये की रिश्वत राशि ले ली. एसीबी टीम को जैसे ही इशारा मिला उसने तुरंत लाखन सिंह को हिरासत में लेते हुए उसके पास से रिश्वत राशि बरामद कर ली.
एसीबी ने लेखा शाखा के क्लर्क सुलेमान से भी की पूछताछ
ठेकेदार के बिल का भुगतान लेखा शाखा में अटके होने के चलते एसीबी टीम ने वहां के लिपिक सुलेमान से भी लंबी पूछताछ की. लेकिन पहले सत्यापन और उसके बाद भी रिश्वत मांगे जाने में उसकी किसी भी तरह की भूमिका सामने नहीं आयी है. एसीबी के एएसपी राजेश आर्य ने बताया कि फिलहाल इस मामले में अकेले सफाईकर्मी लाखन सिंह की ही भूमिका सामने आयी है.
कल अजमेर स्थित एसीबी कोर्ट में किया जायेगा पेश
ट्रैप किये गये सफाईकर्मी लाखन को कल एसीबी टोंक द्वारा अजमेर स्थित एसीबी कोर्ट में पेश किया जायेगा. लाखन सिंह उनियारा कस्बे का ही निवासी है. एसीबी द्वारा संबंधित पत्रावली की भी जांच की जा रही है.
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