सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क के एक वायरल वीडियो ने सनसनी मचा दी. बीतें 15 अगस्त की शाम को एडवेंचर टूर के नाम पर एक दर्जन से भी अधिक लग्जरी गाड़ियां रणथंभौर के जोन नंबर-8 में घुस आई. चौंकाने वाली बात यह है कि प्रदेश भर में अभी मानसून सत्र में सफारी बंद है. ऐसे में इन गाड़ियों के प्रवेश पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
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वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग ने कार्रवाई की और 14 गाड़ियों को जब्त कर लिया. जिसमें राजस्थान, हरियाणा, एमपी, यूपी और महाराष्ट्र नम्बर की गाड़ियां है. इस पूरे मामले में अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका जाहिर की जा रही है.
इसके पीछे वजह यह है कि अधिकारियों और टूर ऑपरेटर की मिली भगत के बिना रणथंभौर के जंगल मे किसी भी गाड़ि का प्रवेश फिलहाल असंभव सा है. हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मामले का अनुसंधन चल रहा है. जो भी दोषी होगा, उसे खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, रणथंभौर के जंगल मैं अनुबंधित जिप्सी या कैंटर सफारी के लिए चलते हैं. लेकिन 15 अगस्त की शाम को यहां लग्जरी गाड़ियां घुस गई. जिसका वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया. गाड़ियों में सवार लोग बाहर आकर घूमते भी नजर आए. खास बात यह है कि इस पूरे इलाके में टाइगर का मूवमेंट रहता है. ऐसे में इन लोगों के साथ भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी. लेकिन बावजूद इन तमाम खतरों के गाड़ियों की एंट्री की गई.
अब सवाल इस बात को लेकर उठ रहा है कि जिस रणथंभौर पर वन विभाग की पैनी नजर रहती है, वहां अवैध रूप से गाड़ियों की घुसपैठ कैसे हुई जबकि यह पूरा इलाका क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट के अंतर्गत आता है.
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