Bharatpur: भिवानी हत्याकांड को लेकर राजस्थान पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए एक पत्रकार को लेकर ट्वीट किया है. असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘जुनैद व नासिर की हत्या पर मुसलमान रिकॉर्डिंग करने वाले वसीम अकरम मेव को गिरफ्तार कर लिया गया. वसीम की बदकिस्मती है कि उसका नाम वसीम है. वह कैंब्रिज में जाकर सूट बूट पहन कर अभिव्यक्ति की आजादी पर ध्यान नहीं दे सकते. वसीम को नहीं मोनू को जेल भेजिए’
ADVERTISEMENT
दरअसल, राजस्थान के भरतपुर जिले में पहाड़ी थाना इलाके के गांव घाटमीका के रहने वाले जुनैद और नासिर की अपरहण कर हरियाणा के भिवानी में उनकी ही बोलेरो गाड़ी में जलाकर हत्या कर दी थी. 18 फरवरी को एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी भरतपुर के पहाड़ी पहुंचे और मृतकों के गांव पहुंचकर शोक सांत्वना दी. 2 मार्च को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जुनैद और नासिर के गांव घाटमीका पहुंचे थे. उन्होंने दोनों के परिजनों से करीब आधा घंटा बैठकर बातचीत की थी. सरकार की तरफ से मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता दी गई.
दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का 2 मार्च को आगमन हुआ था और वहां हेलीपैड कैंपस के अंदर ही एक टेंट लगाकर मृतकों के परिजनों से मुख्यमंत्री मिले थे. उस दौरान मेव समाज के चुनिंदा लोग बुलाए गए थे और चुनिंदा पत्रकारों को ही अंदर जाने की अनुमति दी गई. उसी दौरान मेवात इलाके के यूट्यूबर पत्रकार वसीम अकरम भी सीएम के कार्यक्रम अंदर घुसना चाह रहे थे, मगर पुलिस ने रोक दिया था. वसीम अकरम ने वीडियो चालू करते हुए पुलिस से पूछा कि हमें अंदर क्यों नहीं जाने दिया जा रहा है और इसी बीच गहमागहमी हो गई थी, जिसके बाद पुलिस ने वसीम अकरम को शांति भंग की धारा 151 में गिरफ्तार कर लिया था. जिसे शाम को जमानत पर रिहा कर दिया गया था.
शांति भंग की धारा में यूट्यूब चलाने वाले पत्रकार वसीम अकरम की गिरफ्तारी को लेकर आज असदुद्दीन ओवैसी ने एक ट्वीट जारी करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निशाना बनाया है और कहा है कि वसीम अकरम को नहीं बल्कि मोनू मानेसर को गिरफ्तार करना चाहिए.
जालोर में डबल मर्डर: देवर ने भाभी की कुल्हाड़ी से की हत्या, बीच-बचाव में आए पड़ोसी को भी मारा
ADVERTISEMENT