राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के आत्महत्या मामले में गतिरोध खत्म हो गया है. 6 दिन बाद सरकार ने पीड़ित परिवार की 7 मांगे मान ली हैं. इसके बाद हेड कांस्टेबल के शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हुई. यही नहीं हेड कांस्टेबल के सुसाइड मामले में एक एसआई को भी सस्पेंड करने साथ ही एएसपी और एसीपी को भी एपीओ किया गया है.
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प्रकरण को लेकर डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने प्रेसवार्ता कर कहा कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है. यह दल प्रकरण की गहन जांच करने के बाद दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करेगा. वहीं दिवंगत बाबूलाल बैरवा के परिवार को पुलिस विभाग की ओर से स्वैच्छिक आर्थिक सहायता की प्रक्रिया आज से ही शुरू कर दी गई है, जो एक माह के भीतर पूर्ण कर ली जाएगी.
साथ ही पीड़ित परिवार की सेवा परिलाभ के तहत करीब 55 लाख रुपए की राशि बनती है. इसके साथ ही पेंशन वगैरह की कार्यवाही तुरंत शुरू कर दी जाएगी. यही नहीं हेड कांस्टेबल के बेटे तनुज गोठवाल को जल्द से जल्द अनुकंपा नियुक्ति देने के अलावा उनकी एक बेटी को जयपुर में संविदा पर नियुक्ति देने की घोषणा की गई है.
मृतक हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा की 23 साल की बेटी साक्षी गोठवाल को पुलिस परिवार गोद लेने और उसकी शिक्षा से लेकर विवाह तक की समस्त जिम्मेदारी पुलिस विभाग की तरफ से वहन करने पर बात बनी है. जिसके बाद परिवार की सहमति से धरना खत्म कर शव का पंचनामा, पोस्टमार्टम और अंत्येष्टि की प्रक्रिया शुरू हो गई.
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