Monsoon Update: भारी बारिश के बाद खतरे के निशान से ऊपर बह रही चम्बल नदी, बज गई खतरे की घंटी!

Umesh Mishra

06 Aug 2024 (अपडेटेड: Aug 6 2024 12:55 PM)

मानसून के इस सीजन में भारी बारिश का दौर जारी है. इस सीजन में अब तक औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है. कई शहरों में बाजार और रिहायशी इलाकों में पानी घुस आया है. जबकि हाड़ौती-पूर्वी राजस्थान में बहने वाली चंबल नदी का जलस्तर भी बढ़ता जा रहा है. 

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मानसून के इस सीजन में भारी बारिश का दौर जारी है. इस सीजन में अब तक औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है. राजस्थान में 1 जून से 5 अगस्त तक 319.7 मिमी बारिश दर्ज की गई. जबकि अक्सर इस समय तक औसत बारिश 242.9 मिमी होती है. जिसका असर भी साफ तौर पर दिख रहा है. कई शहरों में बाजार और रिहायशी इलाकों में पानी घुस आया है. जबकि हाड़ौती-पूर्वी राजस्थान में बहने वाली चंबल नदी का जलस्तर भी बढ़ता जा रहा है. 

धौलपुर जिले से गुजरने वाली यह नदी उफान पर है. मध्य प्रदेश और हाड़ौती क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के चलते पानी का बहाव काफी तेज है. काली सिंध और कोटा बैराज से पानी चंबल नदी में आने से खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर यानी 132.90 मीटर के निशान पर बह रही है.

 

 

जिसके चलते नदी के तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों की धड़कन भी बढ़ी हुई हैं. वहीं, जिला प्रशासन भी लगातार समीक्षा बैठक लेकर संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहा है. जिला कलक्टर श्रीनिधि बीटी ने सभी अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्रो में लगातार सतत निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही क्षेत्र में आमजन को नदी क्षेत्र और जलभराव क्षेत्रों के समीप जाने से रोकने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को पाबंद भी किया गया है.  

69 गांवों के डूबने की आशंका, आपदा प्रबंधन टीम अलर्ट

जिला कलेक्टर ने बाढ़ की आशंका को देखते हुए बाढ़ से प्रभावित होने वाले 69 गांवों को चिन्हित किया हैं. इन गांवों में बाढ़ आने के बाद खाद्य सामग्री समेत अन्य व्यवस्थाओ का इंतजाम किया जा चुका है. हल्का पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी और सरपंचों को निगरानी रखने के लिए पाबंद भी किया गया है. साथ ही आपदा प्रबंधन टीम को अलर्ट कर दिया हैं. 

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