Heinous crime in Bhilwara: भीलवाड़ा (Bhilwara news) में 14 साल की मासूम से गैंगरेप (Gangrape) और फिर भट्ठी में जलाने के मामले में नए खुलासा हुआ है. पुलिस के मुताबिक नाबालिग के शरीर के कुछ टुकड़े तालाब से भी बरामद किए गए हैं. आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ के बाद उन्होंने माना है कि बच्ची के शरीर के कई टुकड़े (dead body cut into pieces) किए थे फिर भट्ठी में डाले थे. कोटड़ी पुलिस शव के हिस्सों का पोस्टमार्टम कराएगी. आग में अधजली मिली हडि्डयों का डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा.
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भीलवाड़ा के कोटड़ी थाना इलाके के नरसिंहपुरा गांव में बुधवार को सुबह करीब 8-10 बजे के बीच बालिका अपनी मां के साथ मवेशी चराने गई थी. पड़ोस में किसी से विवाद होने पर मां और पिता दोनों वहां चले गए. परिजनों की मानें तो वो बेटी को कभी अकेला नहीं छोड़ते थे. मां जब वो लौटकर आई तो बेटी वहां नहीं थी. सब खोजने में लग गए. आसपास खोजा गया. अंधेरा होना लगा.
शाम को मां आई तो भट्ठी नहीं जल रही थी
खेत में अवैध रूप से लकड़ी का कोयला बनाने की 5 भटि्टयां थीं. ये खेत बालिका के घर से करीब 1 किमी की दूरी पर है. बताया जा रहा है कि यहां कालबेलिया समुदाय के लोग खेत वालों से भट्ठी किराए पर लेकर कोयला बनाते थे. बालिका उधर ही अपने खेतों में मवेशी चराने गई थी. मां पहुंची तो कोयला बनाने वालों ने बच्ची के बारे में किसी तरह की जानकारी से इनकार कर दिया.
एक भट्ठी जली तो आशंका बढ़ गई
रात में करीब 10 बजे एक भट्ठी को जलता देख गांव वालों की आशंका बढ़ गई. वहां पहुंचने पर अजीब सी गंध आ रही थी. वहीं लड़की का चप्पल भी मिल गया. सुबह पुलिस की मौजूदगी में कोयले की छानबीन की गई तो बालिका का हडि्डयां और कड़े मिले. अब सवाल ये था कि शरीर के बाकी टुकड़े कैसे जल गए. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जो टुकड़े जल नहीं पाए उसे वहां से करीब एक किमी दूर तालाब में फेंक दिया. इसपर पुलिस ने जांच की तो तालाब में शव के टुकड़े बरामद हो गए हैं.
दो ने किया गैंगरेप
भीलवाड़ा एसपी आदर्श सिद्धू ने राजस्थान तक को बताया कि मामले में 4 आरोपियों को अरेस्ट और एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया है. पूछताछ में पता चला है कि इसमें दो लोगों ने गैंगरेप किया था. 21 वर्षीय कान्हा पुत्र रंगलाल और उसके भाई 25 वर्षीय कालू पुत्र रंगलाल ने मासूम के साथ दुष्कर्म किया. मामले में आरोपियों की पत्नियां, बहन और मां समेत 4 और लोगों को हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ चल रही है. इन्होंने आरोपियों के साथ शव को जलाने, ठिकाने लगाने में उनकी मदद की थी.
थाने का डीओ हुआ सस्पेंड
आरोप है कि मामले में जब ग्रामीण और बालिका के परिजन थाने गए तो पुलिस ने उनके ठीक बर्ताव नहीं किया. साथ ही बालिका को ढूढने में मदद करने की बजाय पीड़ित से दस्तावेज मांगते रहे. पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करते हुए डीओ को सस्पेंड कर दिया है. भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू का कहना है कि जांच में आगे भी किसी की लापरवाही मिली तो उसपर भी कार्रवाई की जाएगी.
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