Hijab controversy: राजस्थान के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर पाबंदी (Hijab controversy) को लेकर बहस छिड़ गई है. हिजाब पर बैन की मांग को लेकर अनशन कर रही तंजीम मेरानी ने अनशन तोड़ दिया है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (madan dilawar) और भाजपा विधायक गोपाल शर्मा की समझाईश के बाद तंजिम ने अनशन तोड़ने का फैसला लिया. बता दें कि यह युवती पिछले 5 दिनों से जयपुर के शिप्रा पथ थाने के सामने मैदान में अनशन पर बै थी. इस 20 वर्षीय तिरंगा गर्ल तंजीम मेरानी को अनशन के चलते कई धमकियां भी मिली. यहां तक कि अनशन से नाराज लोगों ने उन पर तेजाब डालने तक की चेतावनी दी गई. इससे पहले उनके खिलाफ कई फतवे भी जारी हुए है.
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दरअसल, तंजीम राजस्थान में शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने के साथ ही समान नागरिक संहिता लागू करने और नागरिकता संशोधन कानून को शीघ्र लागू करने की मांग को लेकर पिछले पांच दिन से अनशन पर बैठी हुई थी.
शिक्षा मंत्री ने मांगे मानने और जल्द लागू करने का दिया आश्वासन
5 फरवरी को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के साथ विधायक गोपाल शर्मा अनशन स्थल पहुंचे और तंजीम को जूस पिलाकर उसका अनशन तुड़वाया. साथ ही तंजीम के पिता आमिर मेरानी को उनकी मांगों पर मुख्यमंत्री से चर्चा करने और राजस्थान में जल्द लागू करने का आश्वासन भी दिया. इस मौके पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि राजस्थान में स्कूलों की पोशाक तय है, सभी छात्र-छात्राएं यूनिफॉर्म में ही पहुंचे, यह सुनिश्चित किया जाएगा. अगर कहीं इसका उल्लंघन हुआ मिला तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
दिलावर ने जोर दिया कि स्कूल के लिए पहले से यूनिफॉर्म लागू किया हुआ है, बाकी समान नागरिक संहिता के लिए मंत्री परिषद की बैठक में प्रस्ताव रखने और नागरिकता संशोधन कानून केंद्र सरकार की योजनानुसार लागू करने का आश्वासन दिया. इस मौके पर सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने कहा की राजस्थान सरकार के वरिष्ठतम कैबिनेट मंत्री ने मंत्री ने तंजीम को जो आश्वासन दिया है वे जरूर पूरे होंगे. बहन तंजीम की हिम्मत सराहनीय है और ये देश की युवा पीढ़ी के लिए एक आदर्श के रूप में है.
कौन हैं तंजीम मेरानी?
गुजरात से ताल्लुक रखने वाली तंजीम मेरानी और पिता हिजाब के खिलाफ जयपुर में अनशन पर बैठे हुए थे. तंजीम मुस्लिम समुदाय से हैं और कश्मीर के लाल चौक पर झंठा फहरा चुकी हैं.
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