4 people of Ajmer died in road accident: अजमेर (ajmer news) में जन्माष्टमी से ठीक पहले एक परिवार पर दुखों का ऐसा पहाड़ टूट पड़ा कि पूरे इलाके में मातम पसर गया. जन्माष्टमी पर जहां कीर्तन की तैयारियां चल रही थीं वहीं 4 शवों (road accident) को देख लोगों के हाथ-पांव फूल गए. जहां कल तक खुशियां थी, उमंग और आने वाले कल के सुनहरे सपने थे, वहां अब गम का बसेरा है. पांच लोगों के खुशहाल परिवार केवल एक 3 साल की मासूम बच पाई.
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ज्ञानविहार कॉलोनी में जब एक ही परिवार के चार लोगों की अर्थियां एक साथ उठीं तो हर आंख नम थीं. पूरे शहर में लोगों की जुबां पर इस हादसे को लेकर अफसोस था.
अजमेर से नाथद्वारा जाते समय सड़क हादसे में मंगलवार को खंडेलवाल परिवार के चार लोगों की मौत से अजमेर की ज्ञान विहार कॉलोनी में हाहाकार मच गया. देर शाम को जब चारों मृतकों के शव घर पहुंचे तो लोग शव देख कुछ पल के लिए सन्न रह गए. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. जब उन चारों की अर्थी एक साथ उठी तो परिजन व रिश्तेदार सहित क्षेत्रवासियों की भी आंखों में आंसू थे.
3 साल की बच्ची को छोड़ सभी की मौत
हादसे में शिकार लोगों में ज्ञान विहार कॉलोनी निवासी राधेश्याम खंडेलवाल, उनकी पत्नी शकुन्तला खंडेलवाल, पुत्र मनीष खंडेलवाल और पुत्रवधु याशिका खंडेलवाल है. जबकि हादसे में राधेश्याम की 3 वर्षीय पोती घायल हो गई. उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कार चालक किशनपुरा मसूदा निवासी विनोद पुत्र बछराज के भी हल्की चोटें आई हैं.
खंडेलवाल परिवार के परिचितों ने बताया कि मृतक राधेश्याम का बेटा मनीष खंडेलवाल विदेश में रहता था. वह इंजीनियर था. इन दिनों राखी के पर्व पर अपने परिवार से मिलने व बहनों से मिलने के लिए पत्नी व बच्ची के साथ आया था. वह अपने माता-पिता को नाथद्वारा श्रीनाथजी के दर्शन कराने के लिए लेकर जा रहा था. परिचितों ने बताया कि मनीष राधेश्याम का इकलौता बेटा था. इसके अलावा उनकी तीन बेटी भी हैं.
कार का टायर फटने से हुई मौत
जिस कार में खंडेलवाल परिवार दर्शन करने जा रहा था उसका टायर फट गया. कार का बैलेंस बिगड़ गया और वो डिवाइडर फांदकर दूसरी तरफ चली गई. उधर सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई. इस खतरनाक हादसे में 4 लोगों की जान चली गई. मृतक परिवार के रिश्तेदारों ने बताया कि राधेश्याम खंडेलवाल की माता की सोमवार को पहली बरसी थी. बरसी के कार्यक्रम के बाद जन्माष्टमी के मौके पर घर में कीर्तन का भी आयोजन किया जाना था. इसीलिए परिवार के लोग भगवान श्रीनाथ के दर्शन करने और वहां से भगवान श्रीकृष्ण प्रतिमा भी लेने गए थे. पूरे परिवार को यह अंदेशा नहीं था उनका परिवार खत्म हो जाएगा. कीर्तन के लिए पास के मंदिर में भी व्यवस्थाएं की गई थीं.
मृतक राधेश्याम बैंक सर्विस से थे रिटायर
मृतक राधेश्याम बैंक सर्विस से रिटायर हो चुके थे. उनकी देहली गेट पर डेयरी की दुकान है। जहां पर दूध-दही व उससे बने अन्य उत्पाद की बिक्री की जाती थी. राधेश्याम खुद ही व्यापार संभालते थे.
3 साल की कीया ढूंढ रही मां-पिता को
इधर 3 साल की कीया का इलाज अस्पताल में चल रहा है. उसको जैसे ही होश आता है वो अपने मां-पिता को खोजती है. परिवार में केवल कीया ही बची है. रिश्तेदार फिलहाल अंतिम क्रिया करने के साथ कीया को संभाल रहे हैं.
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