Rajasthan: खैरथल-तिजारा जिले के तिजारा में बच्चों को स्कॉलरशिप, पांच लाख रुपए और सरकारी नौकरी का झांसा देकर धर्म परिवर्तन करने के मामले में अब पुलिस अलग कहानी बता रही है. पीड़ित महिला व उसके दोनों बच्चे गायब हैं. पुलिस आरोपी को बचाने में लगी है. हालांकि आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया और वहां से उसे ज्यूडिशल कस्टडी में भेज दिया गया है. अलवर, भरतपुर व मेवात क्षेत्र में आए दिन लव जिहाद, धर्म परिवर्तन, हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ करने सहित कई तरह के मामले सामने आते रहे हैं. कुछ समय पहले अलवर शहर में केरल स्टोरी जैसा मामला सामने आया. उसके बाद भी प्रशासन द्वारा कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है.
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तिजारा के वार्ड नंबर 18 निवासी नंदलाल जाटव ने पुलिस ने एफआईआर दर्ज करवाई है. उसने बताया कि उसके बेटे कृष्ण कुमार की पत्नी मंजू वार्ड नंबर 5 स्थित एक मसाला पैकिंग फैक्ट्री में काम करती है. कुछ दिन पहले उसके पौत्र पीयूष ने बताया कि मां घंटों घर से गायब रहती है. बच्चों को कहती है कि मसाला फैक्ट्री संचालन करने वाला इंतजार खान उनके पिता के समान हैं. वो पूरा घर खर्च उठाते हैं. इतना ही नहीं कुछ दिनों में इंतजार ने उनके घर आना जाना शुरू कर दिया. वो मंजू को स्कूटी पर बैठाकर लेकर जाता था. बच्चों के विरोध करने पर महिला ने उनकी बात नहीं मानी.
बच्चों ने खोला मां का राज
बच्चों ने कहा कि एक दिन उनकी मां दोनों बच्चों को इंतजार के घर ले गई.वहां दो मौलवी पहले से घर पर मौजूद थे. मौलवी ने दोनों बच्चों को मुस्लिम धर्म की शिक्षा लेने, पढ़ाई करने और धर्म बदलने की बात कही. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि तुम लोग मुसलमान बन जाओ और मुस्लिम धर्म कबूल कर लो. दोनों बच्चों को पांच लाख रुपए मिलेंगे. सरकारी नौकरी व स्कॉलरशिप मिलेगी. उनके झांसे में आकर महिला उनकी बात मानने लगी. कुछ दिन बाद मंजू जबरन दोनों बच्चों को तिजारा की मस्जिद में लेकर गई और और इंतजार नाम के व्यक्ति को दोनों बच्चे सौंप दिए. लेकिन मौका पाक दोनों बच्चे वहां से फरार हो गए और पूरे मामले की जानकारी अपने दादा को दी.
ससुर ने मांगा मंजू से जवाब तो दी धमकी
इस संबंध में जब नंदलाल ने अपनी बहू मंजू से बातचीत की व इस पूरे मामले पर जवाब मांगा. तो मंजू और इंतजार में नंदलाल को जान से मारने की धमकी. इस संबंध में मंजू ने कहा कि मैं ओर मेरे बच्चों ने धर्म परिवर्तन कर लिया है. इस संबंध में उसे कोई बात नहीं करनी है और झगड़ा कर कर मंजू अपने मायके चली गई. पुलिस ने शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की गई. इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
सभी हो गए अंडरग्राउंड
यह मामला सामने आने के बाद पीड़िता व उसके बच्चे गायब हैं. सभी अंडरग्राउंड हो गए हैं. तो वही पुलिस इस पूरे मामले में अब दूसरी कहानी बता रही है. पुलिस ने कहा कि महिला गिरफ्तार व्यक्ति के फैक्ट्री में काम करती थी और पैसे के लेनदेन को लेकर मामले में गलत एफआईआर दर्ज करवाई गई है. इस संबंध में गिरफ्तार व्यक्ति को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया. न्यायालय ने आरोपी को ज्यूडिशल कस्टडी में भेज दिया है. आरोपी पर एससी-एसटी एक्ट भी लगाया गया है.
अलवर में यह पहला केस नहीं
अलवर में यह पहला मामला नहीं है. आए दिन इस तरह के मामले सामने आते हैं. मेवात क्षेत्र में खुलेआम लोगों के धर्म परिवर्तन, हिन्दू लड़कियों को बहला कर शादी करना, मंदिर में तोड़फोड़ व केरल स्टोरी जैसे मामले आए दिन सामने आते हैं. कुछ समय पहले अलवर शहर में भी केरल स्टोरी जैसा मामला सामने आया. हिंदू लड़कियों पर धर्म परिवर्तन का दबाव डाला गया. मेवात इस तरह के अपराधों का गढ़ बन चुका है. लेकिन पुलिस की तरफ से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं होने के कारण लगातार यह खेल जारी है.
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