Police encounter with dacoit: अशोक गहलोत (cm ashok gehlot) सरकार के मंत्री रमेश मीणा और बाड़ी के कांग्रेसी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को धमकी देने वाले डकैत धर्मेंद्र उर्फ लुक्का की राजस्थान (rajasthan news) के धौलपुर (dholpur news) में पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई. पार्वती बांध के साथ शुक्रवार देर रात चली इस मुठभेड़ (encounter) में डकैत धर्मेंद्र का भाई रवि गोली लगने से घायल हो गया जबकि उसका दूसरा साथी अशोक गुर्जर गिरने से चोटिल हो गया. वहीं डकैत धर्मेंद्र एक महिला और अपनी गैंग के अन्य सदस्यों के साथ वहां से भागने में कामयाब हो गया.
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घायल हुए दोनों बदमाशों को पकड़कर एडीएफ ने जिला अस्पताल के बंदी वार्ड में भर्ती कराया है जहां पर भारी तादात में पुलिस बल तैनात है. पुलिस अब डकैत धर्मेंद्र और उसके साथियों को पकड़ने के लिए बीहड़ में सर्च अभियान चला रही है.
धौलपुर एसपी मनोज कुमार ने बताया कि शुक्रवा रात को एक इनामी बदमाश और उसकी गैंग के सदस्यों के आंगई डैम पर होने की सूचना मिली. इस पर तत्काल बाड़ी सीओ, सरमथुरा सीओ ने आंगई थाना से पुलिस टीम गठित कर दबिश दी. बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की जिसके जबाव में पुलिस टीम ने भी उनपर फायरिंग की. मुठभेड़ के दौरान डकैत धर्मेंद्र का भाई रविंद्र उर्फ रवि गुर्जर को गोली लग गई जबकि दूसरा साथी अशोक गुर्जर गिरने से चोटिल हो गया.
मंत्री रमेश मीणा को धमकी देने का वीडियो हुआ था वायरल
साल 2020 में डकैत धर्मेंद्र उर्फ लुक्का ने अपने 4 साथियों का वीडियो हथियारों के साथ बीहड़ से वायरल किया था. वीडियो में डकैत सीताराम, धर्मेंद्र उर्फ लुक्का, राकेश और रवि दिख रहे थे. उन्होंने वीडियो के जरिए बाड़ी के कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और मंत्री रमेश मीणा को भद्दी-भद्दी गालियां देकर धमकी दी थी. इसके बाद पुलिस ने डकैत धर्मेंद्र पर 35 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.
साल 2020 में ‘लुक्का’ को पुलिस ने कर लिया था गिरफ्तार
तत्कालीन एसपी मृदुल कच्छावा ने वीडियो बनाने वाले डकैत सीताराम गुर्जर और उसके सहयोगी साहब सिंह को मार्च 2020 में गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद 3 जुलाई 2020 को उन्होंने धर्मेंद्र उर्फ लुक्का को भी मध्यप्रदेश के मुरैना से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद धर्मेंद्र को हत्या के मामले में कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुना दी. इसके बाद पुलिस ने 6 सितम्बर 2020 को उसके भाई रविंद्र गुर्जर उर्फ रवि को भी अरेस्ट कर लिया.
जमानत पर बाहर आने के बाद अपराध की दुनिया में वापस रखा कदम
डकैत धर्मेंद्र को 3 मार्च 2021 को पुलिस धौलपुर कोर्ट से पेशी करा कर वापिस भरतपुर की सेवर जेल ले जा रही थी. तभी सैपऊ थाना क्षेत्र के एनएच 123 पर पार्वती नदी पुल के पास पांच बदमाशों ने रोडवेज बस में चढ़कर डकैत उसे छुड़ाने के लिए पुलिस की आंखों में मिर्ची पाउडर फेंककर अंधाधुंध फायरिंग की. लेकिन बस में सवार सादा वर्दी में एक आरएसी के जवान और एक जांबाज युवती ने बदमाशों से कड़ा मुकाबला किया जिससे वे डकैत धर्मेंद्र को नहीं ले जा सके. इस दौरान सवारियों ने एक बदमाश का हथियार भी छीन लिया था. जानकारी सामने आने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने आरएसी के जवान का प्रमोशन किया था और युवती वसुंधरा चौहान को उपनिरीक्षक के पद पर नियुक्ति दी थी. बाद में डकैत धर्मेंद्र अपने भाई रवि समेत अन्य साथियों के साथ जमानत पर जेल से बाहर आ गया और अपराध की दुनिया में फिर से कदम रख दिया.
‘लुक्का’ के साथ हैं 3 महिलाएं
डकैत धर्मेंद्र उर्फ लुक्का पर धौलपुर पुलिस की और से 25 हजार रुपये और एमपी पुलिस की और से 5 हजार रुपये का इनाम घोषित है. पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए उसके भाई रविंद्र उर्फ रवि पर 15 हजार रुपए का इनाम है. सूत्रों के मुताबिक, डकैत धर्मेंद्र ने राजाखेड़ा उप खंड की एक महिला का अपहरण किया है और उसके साथ वर्तमान में तीन महिलाएं हैं.
बता दें कि मार्च, 2023 में तत्कालीन एसपी धर्मेंद्र यादव द्वारा कुख्यात डकैत और सवा लाख रुपये के इनामी केशव गुर्जर और उसकी गैंग को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस गैंग के बाद पुलिस की टॉप 10 लिस्ट में डकैत धर्मेंद्र उर्फ लुक्का का नाम पहले नंबर पर है.
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