जैसलमेर में हुई ऐसी बारिश कि ढह गई सोनार किले की दीवार, IMD ने 9 से 13 अगस्त तक जारी किया ये अलर्ट

विमल भाटिया

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Rajasthan weather today: इस तंत्र के प्रभाव से जोधपुर संभाग में हो रही भारी बारिश की गतिविधियों में कमी होगी. वहीं बीकानेर संभाग के कुछ भागों में मध्यम तो कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है. 

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राजस्थान (rajasthan weather update) में मानसून की बारिश (Monsoon rain wreaks havoc in Rajasthan) का कहर 870 साल पुराने यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट सोनार किले (UNESCO World Heritage Site sonar fort in jaisalmer) पर पड़ा. किले की एक दीवार ढह गई और अभी भी कई बड़े पत्थर दीवार से झांक रहे हैं. माना जा रहा है कि बारिश हुई तो फिर दीवार गिरने से कोई बड़ा हादसा हो सकता है. ऐसे में एहतियातन बैरिकेडिंग लगाकर किले की दीवार से सटी सड़क पर आवागम बंद कर दिया गया है. 

मौसम विभाग (India Meteorological Department) के जयपुर केंद्र के मुताबिक 7 अगस्त को एक नया परिसंचरण तंत्र हरियाणा और आसपास के क्षेत्र के ऊपर से गुजर रहा है. वहीं एक दूसरा परिसंचरण तंत्र पूर्वी भारत के ऊपर बना हुआ है. मानसून ट्रफ लाइन गंगानगर, पिलानी से होकर गुजर रही है और ये तंत्र सक्रिय भी है. इस तंत्र के प्रभाव से जोधपुर संभाग में हो रही भारी बारिश की गतिविधियों में कमी होगी. वहीं बीकानेर संभाग के कुछ भागों में मध्यम तो कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है. 

9-13 अगस्त के बीच जोधपुर संभाग के लिए Rain Alert

मौसम विभाग के मुताबिक 9 से 13 अगस्त के बीच जोधपुर संभाग में फिर एक बार बारिश की गतिविधियों में इजाफा होगा. इस दौरान कहीं मध्यम तो कहीं तेज बारिश हो सकती है. जैसलमेर में भी इस दौरान फिर बारिश हो सकती है. 

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सोनार किले की दरक रहीं दीवारें (wall collapsed of sonar fort in jaisalmer)

यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल जैसलमेर लिविंग सोनार किले की दीवारें दरक रही हैं. जैसलमेर में पिछले 4 दिनों से भारी बारिश के चलते किले की मुख्य बुर्ज की दीवार गिरने से स्थानीय लोग दहशत में हैं क्योंकि किले से सटी सड़क है जिसपर आवागम काफी रहता है. इन दीवारों से अभी भी भारी भरकम पत्थर झांक रहे हैं. अभी भी इसकी मरम्मत की जा सकती है नहीं तो 9-13 अगस्त के बीच फिर बारिश का अलर्ट है. ऐसे में बारिश हुई तो ये पत्थर भी गिर सकते हैं जो सीधे सड़क पर आएंगे. 

इसलिए नहीं हो पा रहा मरम्मत 

नगर परिषद कमिश्नर लजपाल सिंह ने बताया कि सोनार किले का रख-रखाव पुरातत्व विभाग के हाथों है. उन्हें सूचित कर दिया गया है. फिलहाल टीम लेकर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं ताकि कोई हादसा ना हो. लजपाल सिंह ने बताया कि सोनार किला बहुत पुराना मॉन्यूमेंट्स है जिसमें लोग रहते हैं. बिना चूना पत्थर के हुई चुनाई में अब बारिश के दौरान पुरातन किले को नुकसान पहुंच रहा है.

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