हाथरस वाले बाबा का खुल गया राज! अलवर में भी है सूरजपाल का आश्रम, जीता था लग्जरी लाइफ और हमेशा साथ रहती थी कुंवारी लड़कियां
हाथरस में सत्संग आयोजन के दौरान मची भगदड़ के बाद से सूरजपाल उर्फ बाबा चर्चा में हैं. हाथरस वाले इस बाबा की लाइफस्टाइल को लेकर अब ऐसे राज खुल रहे हैं कि जिसे जानकर हर कोई हैरान है.
ADVERTISEMENT
हाथरस में सत्संग आयोजन के दौरान मची भगदड़ के बाद से सूरजपाल उर्फ बाबा चर्चा में हैं. हाथरस वाले इस बाबा की लाइफस्टाइल को लेकर अब ऐसे राज खुल रहे हैं कि जिसे जानकर हर कोई हैरान है. यह बाबा आश्रम में लग्जरी लाइफ जीता था. ऐसा ही इसका एक आश्रम अलवर के खेड़ली के पास सहजपुरा गांव में था. आश्रम के आसपास क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने कई बड़े खुलासे किए. लोगों ने बताया कि जब भी बाबा आश्रम में आते थे तो नीम की पत्तियों से खास पानी तैयार किया जाता था. बाबा उसी पानी से नहाता था.
बाबा के आसपास हमेशा कुंवारी लड़कियां रहती थी. रात के समय में भी सेवादार आश्रम पर पहरा देते थे. आश्रम में सभी लग्जरी सुविधाएं मौजूद हैं तो आश्रम में अंधविश्वास का खेल चलता था. हर मंगलवार को भूत प्रेत भगाने के नाम पर महिलाओं के डंडे मारे जाते थे.
साल 2020 के बाद से नहीं दिखा सूरजपाल
सहजपुर गांव में स्थित यह आश्रम 10 साल पहले ग्रामीणों ने ही बनवाया था. हालांकि इस आश्रम में वह साल 2020 में आखिरी बार आए थे. उस समय उनको कोरोना हुआ था और यहां रहकर उन्होंने कोरोना का इलाज लिया था. उसके बाद वो खेड़ली या अलवर नहीं आए. जिन कमरों में सूरजपाल रुकते हैं, वहां एसी लगे हुए हैं और डबल बेड-सोफा जैसी सुविधाएं हैं. सूरजपाल को नहलाने, खाना-खिलाने व कार्यों के लिए हमेशा उनके आसपास लड़कियां रहती थी. सूरजपाल के आसपास पुरुषों को रहने की अनुमति नहीं थी.
लोगों ने बताया कि करीब डेढ़ बीघा क्षेत्र में आश्रम बना हुआ है. आश्रम में जिस जगह पर सूरजपाल बैठते थे. उसे सोफे की सुबह शाम आरती होती थी. वो हमेशा सफेद कपड़े सूट व सफेद जूते पहनते हैं. उनसे मिलने एवं उनकी एक झलक पाने के लिए हजारों की संख्या में लोग रात दिन सड़कों पर बैठे रहते थे.
ADVERTISEMENT